Android App Development Workshop at CIMAGE by IIT Delhi E-Cell
सिमेज कॉलेज में बी.सी.ए. एवं बी०एस०सी-आई०टी० के छात्रों के लिए लाइव प्रोजेक्ट बेस्ड ‘एंड्रॉइड ऐप डेवलपमेंट वर्कशॉप’ का आयोजन किया जा रहा है | इस वर्कशॉप को संचालित करने के लिए IIT- Delhi के ई० सेल से प्रशिक्षकों का एक दल आया है | २२ घंटे का यह वर्कशॉप 3 दिनों तक चलेगा | इस वर्कशॉप के दौरान छात्र ‘एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए विभिन्न तरह के एप्स डेवलप करेंगे |
कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार नॉलेज सोसायटी के सी.ई.ओ. श्री पी.सी.चौधरी, IIT- Delhi, E-Cell के अंकित केजरीवाल, विपुल कुमार, गौरव गर्ग तथा सिमेज के निदेशक नीरज अग्रवाल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया | वर्कशॉप का आयोजन IIT-Delhi के टेक्नोजियान प्रतियोगिता के तहत किया जा रहा है | वर्कशॉप से चयनित छात्रों को आई०आई०टी-देल्ही द्वारा आयोजित एप्स मेकिंग की राष्ट्रिय प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिलेगा | साथ ही सभी छात्रों को ई-सेल, आई०आई०टी-देल्ही एवं अखिल भारतीय रोबोटिक्स एवं ओटोमेशन परिषद द्वारा जारी सर्टीफिकेट प्रदान किया जाएगा |
श्री पी०सि० चौधरी ने छात्रों से जानना चाहा कि वे किस तरह के ऐप बनाना चाहेंगे, जिसके उत्तर में बी०सी०ऐ के सौरभ राज ने बताया की किसानो की मौजूदा समस्याओं को देखते हुए वो एप्स के माध्यम से किसानो को मौसम की जानकारी एवं मंडी के भाव की सुचनाये देना चाहेगा | वहीँ बीएससी-आई०टी० की समीक्षा गुप्ता ने बताया की वो अपने स्टार्ट-अप के बिजनेस प्लान के अनुसार ग्रामीण इलाको में ऐप के माध्यम से दवा उपलब्ध कराने के लिए एंड्रॉयड एप्स बनाना चाहती है |
सिमेज के निदेशक नीरज अग्रवाल ने बताया की इस वर्कशॉप का असली उद्देश्य तब पूरा होगा जब छात्र तकनीक का प्रयोग करते हुए लोगो की विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करेंगे एवं ऐसा करते हुए वे एक अच्छे बिज़नेस मॉडल को जन्म दे सकते है |
अंकित केजरीवाल ने वर्कशॉप की रुपरेखा समझाते हुए बताया कि पहले चरण में छात्रों को ‘एंड्रॉइड सॉफ्टवेयर’ तथा ‘एंड्रॉइड प्लेटफॉर्म’ के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी | दुसरे चरण में छात्रों को एंड्रॉइड सॉफ्टवेयर के एम्युलेटर, डिजाईन, टेस्ट एप्लीकेशन, ए.वी.डी., जेनेरेटिंग एंड्राइड बाईट्स कोड फ्रॉम क्लासेज़ इत्यादि का प्रशिक्षण दिया जायेगा | जबकि तीसरे चरण में एंड्रॉइड सर्विस क्रियेट करना एवं कंटेंट प्रोवाइड करने का प्रशिक्षण दिया जायेगा | जबकि चौथे और अंतिम चरण में छात्रों को एंड्रॉइड ऐप्लिकेशन डेवलप करना सिखाया जायेगा | साथ ही उन्हें एंड्रॉइड ऐप्लिकेशन का टेस्ट रन, डिबगिंग और एंड्रॉइड ऐप्लिकेशन लांच करना सिखाया जायेगा | साथ ही छात्रों को ‘वेब बेस्ड सॉफ्टवेयर’ को ‘मोबाईल कॉम्पीटेबल ऐप्लीकेशन’ में बदलना सिखाया जायेगा | इस वर्कशॉप में सिमेज के 240 छात्र भाग ले रहें हैं |
इसके पूर्व भी सिमेज कॉलेज में आई.टी. के छात्रों के ‘स्किल डेवलपमेंट’ हेतु पी.एच.पी., इथिकल हैकिंग, एडवांस जावा, क्लाउड कम्प्यूटिंग जैसे विषयों पर वर्कशॉप आयोजित किया गया है | इस अवसर पर सेंटर हेड मेघा अग्रवाल, डीन नीरज पोद्दार तथा अन्य शिक्षक भी मौजूद थे |
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